बुधवार 29 अक्तूबर 2025 - 13:32
मासूमा ए क़ुम (स) में हज़रत ज़ैनब (स) की विलादत के मौके पर जश्न का आयोजन

हौज़ा / हज़रत ज़ैनब-ए-कुबरा सलामुल्लाह अलैहा की विलादत की मुबारक़ मौके पर हरम-ए-मुबारक हज़रत मासूमा स.ल. में "हयअत-ए-क़ुरआनियान" के विषय से एक जश्न-ए-विलादत का आयोजन किया गया। यह प्रोग्राम मरकज़-ए-क़ुरआन व हदीस के शोबा-ए-ख़वातीन की तरफ़ से शबिस्तान-ए-नजमा खातून स.अ. में आयोजित किया गया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत ज़ैनब-ए-कुबरा सलामुल्लाह अलैहा की विलादत की मुबारक़ मौके पर हरम-ए-मुबारक हज़रत मासूमा स.ल. में "हयअत-ए-क़ुरआनियान" के विषय से एक जश्न-ए-विलादत का आयोजन किया गया। यह प्रोग्राम मरकज़-ए-क़ुरआन व हदीस के शोबा-ए-ख़वातीन की तरफ़ से शबिस्तान-ए-नजमा खातून स.अ. में आयोजित किया गया।

इस जश्न में शोबा-ए-ख़वातीन की असातिज़ा माहिरात और क़ुरआनी उलूम से जुड़ी तलबात की बड़ी तादाद ने हिस्सा लिया। महफ़िल में हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की अज़ीम शख्सियत, उनके सब्र व इस्तेक़ामत और उनके किरदार की रोशनी में वाक़ेआ-ए-अशूरा और उसके बाद के हालात पर बातचीत की गई।

कार्यक्रम के दौरान हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की घरेलू ज़िंदगी, मुसीबतों में सब्र व रज़ा और विलायत से वफ़ादारी जैसे पहलुओं पर तफ़सील से बयान किया गया।वक्ताओं ने ख़वातीन को दावत दी कि वे हज़रत ज़ैनब (स.अ.) की सीरत को अपनी ज़िंदगी का अमली नमूना बनाएं, ताकि समाज अख़लाक़ी और फ़िक्री लिहाज़ से मज़बूत बन सके।

इसके अलावा, मरकज़-ए-क़ुरआन व हदीस की तमाम हज़ूरी व ऑनलाइन क्लासों में और महद-ए-करीमा में भी बच्चों और नौ नहालों के दरमियान हज़रत ज़ैनब (स.अ.) की विलादत के सिलसिले में ख़ुशी की महफ़िलें आयोजित की गईं।

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